टिमरनी का विकास टिमरन नदी के किनारे एक छोटे से नगर के रूप में हुआ है। टिमरनी भुस्कुटे शाही परिवार की शाही संपत्ति के अधीन था और यहाँ कुछ इमारतें अभी भी अस्तित्व में हैं, जो अतीत का संस्मरण कराती हैं। इस क्षेत्र में टिमरनी का महत्व इसके शाही परिवार, सड़क और रेल से जुड़े होने के कारण तथा क्षेत्र के सबसे बड़े वन क्षेत्र के कारण है।
टिमरनी नगर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने योगदान के लिए भी विख्यात है, क्योंकि अनेक स्वतंत्रता सेनानी जैसे पंडित श्यामल लाल, हरिशंकर बिलोरे, और भीखा लाला मार्था, टिमरनी से ही हैं।
टिमरनी अपने शैक्षणिक संस्थाओं के लिए भी प्रसिद्ध है, जिसमें राधा स्वामी विद्यालय और टिमरनी औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) प्रमुख है। नगर पर राधा स्वामी संस्था का बहुत अधिक प्रभाव है और इनके आश्रम, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय, अध्यात्म केन्द्र नगर के प्रमुख स्थानों पर है।
टिमरनी को वर्ष 1984 में तहसील का मुख्यालय, वर्ष 1957 में नगर पंचायत बनाया गया और 02 मई 2011 को इसे नगर परिषद में उन्नत किया गया।
टिमरनी नगर की मुख्य भौगोलिक विशेषताओं में, टिमरन नदी, प्राकृतिक नालियां और नगर के चारों ओर की नहरें हैं।
नगर के दक्षिण दिशा में टिमरन नदी की ओर प्रवाहित होते हुए प्राकृतिक नली के साथ नगर की सामान्य स्थलाकृति सपाट हैं। टिमरन नदी पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर प्रवाहित होती है और नगर के सम्पूर्ण वर्षा जल और मलजल को भी ढोती है। टिमरन नदी को नगर के दक्षिण में एक मिट्टीरोधी बांध द्वारा अवरोधित किया गया है, जिसके कारण एक छोटी सुन्दर झील का निर्माण हुआ है। नगर में अनेक प्राकृतिक जल निकाय हैं जो नगर के लिए प्राकृतिक नाली का कार्य करते हैं। भूमि को सिंचित करने के लिए नगर में और इसके चारों और अनेक छोटी - छोटी नहरें प्रवाहित होती हैं।
नगर समुंद्र तल से 302 मीटर की औसत उंचाई पर अवस्थित है। टिमरनी की जलवायु मध्यम प्रकार की है। जिले का अधिकतम तापमान 45-47 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8-12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। कुल मिलाकर, नगर की जलवायु न तो अधिक गर्म है और न अधिक ठंडी, केवल शीत ऋतु को छोडकर। इस क्षत्र में न्यूनतम वर्षा 33 इंच और अधिकतम वर्षा 54 इंच रिकार्ड की गई है। नगर के चारों ओर फैली हुई पर्याप्त हरियाली और जल निकाय, इसके क्षेत्रीय जलवायु को आरामदायक बनाते हैं।
टिमरनी में वायु प्रवाह हमेशा दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रहता है। क्षेत्र में वायु की गति सामान्य रूप से हल्की से लेकर मध्यम गती की रहती है। वर्षा ऋतु में वायु गति बहुत तेज़ होती है और कभी- कभी 40 से 50 कि मी प्रति घंटा भी पहुंच जाती हैं।
टिमरनी पश्चिमी केन्द्रीय रेलवे के ब्रॉड गेज लाइन द्वारा इटारसी - खंडवा - भुसावल से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 59 । टिमरनी के मध्य से होकर गुजरता है और दक्षिण में 8 किमी की दूरी पर सोदुलपुर और पश्चिम में लगभग 18 किमी दूरी पर जिला मुख्यालय हरदा को जोड़ता है। राज्य राजमार्ग 15 पूर्व में पगधाल, सोनी मालवा और होशंगाबाद को नगर से जोड़ता है, जो क्रमशः 14, 26 और 74 किमी की दूरी पर स्थित हैं। यह नगर महत्वपूर्ण शहरों जैसे कि इंदौर और भोपाल से NH 59A और SH 15 के माध्यम से जुड़ा हुआ है।